सबसे ज्यादा चीन और तुर्की से यूरोप क्यों जाना चाहते हैं लोग, शेंगेन वीजा को लेकर भारतीयों को क्या है टेंशन?

नई दिल्ली: हम भारतीयों को विदेश घूमना या वहां काम करना बेहद पसंद है। अमेरिका के एच-1 बी वीजा के बाद एक और वीजा है शेंगेन वीजा। यह गैर यूरोपीय संघ के नागरिकों को शेंगेन क्षेत्र के देशों में यात्रा करने के लिए दिया जाने वाला वीजा है। शेंगेन क्षेत्

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नई दिल्ली: हम भारतीयों को विदेश घूमना या वहां काम करना बेहद पसंद है। अमेरिका के एच-1 बी वीजा के बाद एक और वीजा है शेंगेन वीजा। यह गैर यूरोपीय संघ के नागरिकों को शेंगेन क्षेत्र के देशों में यात्रा करने के लिए दिया जाने वाला वीजा है। शेंगेन क्षेत्र में 29 यूरोपीय देश शामिल हैं। इन देशों के बीच सीमा नियंत्रण नहीं है। इससे शेंगेन क्षेत्र के किसी भी देश में 180 दिनों की अवधि में 90 दिनों तक यात्रा की जा सकती है। हालांकि, भले ही आप इस वीजा से 29 देशों का सफर कर सकते हैं, मगर यह टेंशन की वजह भी बन सकता है। जानते हैं इस वीजा और इसकी पेचीदगियों के बारे में।

सबसे पहले यह जानते हैं कि शेंगेन क्षेत्र क्या है

शेंगेन क्षेत्र यूरोपीय देशों का एक समूह है, जहां सीमा नियंत्रण खत्म हो चुका है। शेंगेन क्षेत्र में शामिल देशों के बीच वीजा नीति, शरण नीति, पुलिस और न्यायिक प्रशासन के बीच सहयोग पर समझौते हुए हैं। शेंगेन क्षेत्र की शुरुआत 1985 में फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग जैसे पांच यूरोपीय संघ देशों के बीच हुई थी। शेंगेन क्षेत्र में शामिल देशों के नागरिक पासपोर्ट जांच के बिना दूसरे देशों की आंतरिक सीमाओं को पार कर सकते हैं। शेंगेन क्षेत्र में स्पेन और पुर्तगाल के अटलांटिक द्वीप भी शामिल हैं। इसका क्षेत्रफल 4,595,131 वर्ग किलोमीटर है और इसकी आबादी 450 मिलियन से ज्यादा है।
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शेंगेन क्षेत्र में कितने यूरोपीय देश शामिल

शेंगेन क्षेत्र में 29 यूरोपीय देश शामिल हैं। इन देशों के बीच की सीमाओं पर आम तौर पर कोई पासपोर्ट नियंत्रण नहीं होता है। अगर आपके पास इनमें से किसी एक देश का वैध वीजा या निवास परमिट है, तो आप दूसरे शेंगेन देशों की यात्रा भी कर सकते हैं। बुल्गारिया और रोमानिया हाल ही में शामिल होने वाले देश हैं।
Schengen Visa Rules


शेंगेन वीजा कितना महत्वपूर्ण है, कब हुई शुरुआत

शेंगेन वीजा पासपोर्ट पर चिपकाए गए स्टिकर के रूप में जारी किया जाता है। शेंगेन वीजा की शुरुआत 1985 में फ़्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, नीदरलैंड, और लक्ज़मबर्ग जैसे पांच यूरोपीय संघ देशों के बीच हुई थी। शेंगेन वीजा धारक किसी भी शेंगेन देश में जा सकता है, लेकिन यह स्वचालित रूप से उसे शेंगेन क्षेत्र में प्रवेश करने का अधिकार नहीं देता।

अमेरिका से ज्यादा परेशान करता है शेंगेन वीजा

अमेरिकी पर्यटक वीजा के लिए आपको 13,499 रुपये चुकाने होंगे, जबकि अल्पकालिक शेंगेन वीजा के लिए लगभग 7,199 रुपए चुकाने होंगे। शेंगेन वीजा के तहत अगर कोई 5 साल में 5 बार यूरोप जाता है तो उसे करीब 35 हजार रुपए देने होंगे। वहीं, अमेरिकी वीजा के लिए आप 5 साल में चाहे जितनी बार अमेरिका जाएं, मगर आपको 13,499 रुपए ही देना होगा। इसके अलावा, शेंगेन वीजा बहुत पहले अप्लाई नहीं कर सकते हैं। इसकी अवधि 15 दिन ही है। वहीं, 180 दिनों के भीतर बस 90 दिन ही किसी देश में बिता सकते हैं।

Schengen Visa Rules

प्रवेश चाहे जितनी बार, पर 90 दिन से ज्यादा नहीं रुक सकते

शेंगेन वीजा धारक शेंगेन क्षेत्र के देशों में जितनी बार चाहे प्रवेश कर सकता है, लेकिन हर 180 दिन में केवल 90 दिन ही रुक सकता है। यही वजह है कि चीन, तुर्की और भारतीयों को शेंगेन वीजा खूब भाता है। इन देशों के लोग शेंगेन वीजा पर यूरोप सबसे ज्यादा घूमने जाते हैं। वो एक ही वीजा पर 29 देशों में कहीं भी घूम सकते हैं।

क्या भारत से शेंगेन वीजा प्राप्त करना आसान है?

भारत से शेंगेन वीजा प्राप्त करना अपेक्षाकृत आसान है। अधिकांश शेंगेन क्षेत्र के देशों में अप्लाई करने वालों को शेंगेन वीजा मिल ही जाता है। महज 10 प्रतिशत ऐसे मामले होते हैं, जहां आवदेन खारिज हो जाता है। शेंगेन वीजा के लिए आवेदन करने के लिए सबसे आसान देश स्विटजरलैंड है, जहां अस्वीकृति दर 6 प्रतिशत से कम है।

शेंगेन वीजा हासिल कैसे कर सकते हैं भारतीय

भारत में रहने वाले आवेदकों को अपना शेंगेन वीजा प्राप्त करने के लिए साक्षात्कार के लिए अपॉइंटमेंट बुक करना होगा। फिर उन्हें व्यक्तिगत रूप से साक्षात्कार में उपस्थित होना होगा। सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ-साथ बायोमेट्रिक्स यानी उंगलियों के निशान और डिजिटल फोटोग्राफी के लिए मौजूद होना होगा।

शेंगेन वीजा के लिए कितना बैंक बैलेंस होना चाहिए

वीजा के लिए आवेदन करते समय आपको नॉर्वे में रहने की अवधि के दौरान कम से कम 500 NOK या €43.33 प्रतिदिन के बैंक बैलेंस का प्रमाण देना होगा। नॉर्वे के अधिकारियों द्वारा निर्धारित वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा न करने पर आपको देश में प्रवेश से वंचित किया जा सकता है। न्यूनतम बैंक बैलेंस पूरी यात्रा के लिए लगभग 3,00,000 रुपए है। बैंक स्टेटमेंट में आम तौर पर पिछले 3 से 6 महीनों का विवरण होना चाहिए। आम तौर पर, आपके पास एक बैंक बैलेंस होना चाहिए जो प्रति आवेदक प्रति दिन लगभग 50 से 150 यूरो का हो।

इन देशों में वीजा की जरूरत नहीं

यदि आप भारत के बाहर घूमने का प्लान कर रहे हैं तो जिम्बाब्वे, मालदीव, तुवालु, टोको, थाईलैंड, श्रीलंका, सोमालिया, सिएरा लियोन, सेशेल्स, सेनेगल, सामोआ, रवांडा, कतर, पालाउ आइलैंड जैसे देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं। इन देशों में जाने के लिए आपको सिर्फ टिकट चाहिए होगा वीजा नहीं।

ये दो देश ऐसे, जहां बिना पासपोर्ट के यात्रा

फरवरी 2024 तक नेपाल और भूटान ऐसे दो देश हैं जहां भारतीय नागरिक बिना पासपोर्ट के जा सकते हैं। ये भारत के दो पड़ोसी देश हैं जो भारतीय नागरिकों को भारत के चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए मूल भारतीय मतदाता पहचान पत्र के साथ प्रवेश की अनुमति देते हैं।

कब खारिज हो जाता है शेंगेन वीजा

शेंगेन वीजा खारिज होने की कई वजहें हैं। जैसे यात्रा का मकसद साफ नहीं होना। आव्रजन अधिकारियों को यह संदेह हो जाए कि आप अपने देश वापस नहीं लौट पाएंगे। अपर्याप्त यात्रा बीमा कवरेज के साथ-साथ पर्याप्त बैंक बैलेंस का प्रमाण न दे पाना भी शेंगेन वीजा खारिज होने की बड़ी वजह बन सकती है।

शेंगेन वीजा के लिए कर लें ये जरूरी काम

शेंगेन वीजा के लिए आवेदन करने से पहले यह तय कर लें कि आप यात्रा से कितने समय पहले आवेदन करें। आम तौर पर यात्रा से कम से कम तीन हफ्ते पहले आवेदन करना चाहिए। शेंगेन वीजा के लिए आवेदन के बाद वीजा मिलने में कम से कम 15 दिन लग सकते हैं।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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